अगर आप अपने पैसों को सुरक्षित जगह पर निवेश करके अच्छा ब्याज पाना चाहते हैं, तो यह समय आपके लिए एक गोल्डन मौका है। बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) ने हाल ही में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में इजाफा किया है। खासकर 2 साल की FD पर अब अच्छा खासा ब्याज मिल रहा है। यह उन लोगों के लिए सुनहरा मौका है जो रिस्क फ्री निवेश में भरोसा रखते हैं और तय रिटर्न चाहते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है?
FD एक ऐसा निवेश साधन है जिसमें आप एक निश्चित राशि को बैंक या NBFC में तय समय के लिए जमा करते हैं। उस समयावधि के दौरान आपको एक फिक्स्ड ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है। FD में आपका पैसा सुरक्षित रहता है और आपको यह पहले से पता होता है कि कितने समय में आपको कितना ब्याज मिलेगा।
क्यों है 2 साल की FD में निवेश का सही समय?
देश में ब्याज दरें धीरे-धीरे बढ़ रही हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने जबसे रेपो रेट बढ़ाया है, तब से बैंकों ने भी अपनी FD की दरों में बढ़ोतरी की है। इस वक्त ज्यादातर बैंक 2 साल की FD पर 7% से 8.25% तक ब्याज दे रहे हैं। कुछ छोटे फाइनेंस बैंक और NBFCs तो 8.5% या उससे ज्यादा तक रिटर्न दे रहे हैं।
किन बैंकों में मिल रहा है ज्यादा ब्याज?
यहाँ कुछ प्रमुख बैंकों और NBFCs की लिस्ट दी जा रही है जो 2 साल की FD पर आकर्षक ब्याज दे रहे हैं:
बैंक/संस्था का नाम | 2 साल की FD पर ब्याज दर |
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) | 6.80% – 7.25% |
HDFC बैंक | 7.00% – 7.50% |
ICICI बैंक | 7.00% – 7.25% |
इंडसइंड बैंक | 8.25% |
YES बैंक | 8.00% |
AU स्मॉल फाइनेंस बैंक | 8.50% |
महिंद्रा फाइनेंस | 8.25% |
श्रीराम फाइनेंस | 8.60% तक |
नोट: सीनियर सिटीजन (60+ उम्र) को अतिरिक्त 0.25% से 0.50% तक ज्यादा ब्याज मिलता है।
निवेश करने से पहले ध्यान देने वाली बातें
- CRISIL रेटिंग देखें: किसी भी NBFC या स्मॉल फाइनेंस बैंक में निवेश करने से पहले उसकी क्रेडिट रेटिंग जरूर चेक करें। AAA रेटिंग सबसे सुरक्षित मानी जाती है।
- प्रीमैच्योर विदड्रॉल: कुछ FD स्कीम में समय से पहले पैसे निकालने पर पेनल्टी लगती है, इसलिए शर्तें ध्यान से पढ़ें।
- ऑटो रिन्यूअल ऑप्शन: कई बैंक FD की मैच्योरिटी पर उसे ऑटोमेटिकली रिन्यू कर देते हैं। अगर आप ऐसा नहीं चाहते तो पहले से जानकारी दें।
- ब्याज पेमेंट का तरीका चुनें: आप मासिक, त्रैमासिक या मैच्योरिटी पर ब्याज ले सकते हैं। जो आपके लिए फायदेमंद हो, वही चुनें।
उदाहरण से समझें फायदा
मान लीजिए आप 2 साल के लिए ₹2,00,000 की FD कराते हैं और आपको 8% ब्याज मिल रहा है:
- सालाना ब्याज = ₹2,00,000 × 8% = ₹16,000
- 2 साल में कुल ब्याज = ₹32,000
- मैच्योरिटी पर कुल राशि = ₹2,32,000
अगर सीनियर सिटीजन हैं तो आपको ये ब्याज ₹34,000 तक भी मिल सकता है।
FD बनाम दूसरी स्कीम
निवेश विकल्प | रिस्क | रिटर्न | लॉक-इन अवधि |
FD | बहुत कम | 6% – 8.5% | 1 साल से 10 साल |
म्यूचुअल फंड | मध्यम | 8% – 12% | कोई निश्चित नहीं |
शेयर बाजार | हाई | 10%+ (अनिश्चित) | कोई तय समय नहीं |
गोल्ड (सोना) | मध्यम | 6% – 10% | नहीं |
इस तुलना से साफ है कि FD एक सुरक्षित और स्थिर रिटर्न वाला विकल्प है।
निष्कर्ष
इस समय जब बाजार में अनिश्चितता है, 2 साल की FD पर 8%+ रिटर्न पाना एक शानदार मौका है। अगर आप ऐसे निवेश की तलाश में हैं जो रिस्क-फ्री हो, तय ब्याज मिले और पैसा सुरक्षित रहे, तो यह समय आपके लिए परफेक्ट है। खासकर रिटायर्ड लोग, नौकरीपेशा और गृहिणियां ऐसे स्कीम में पैसे लगाकर हर महीने या सालाना आय प्राप्त कर सकते हैं।