देशभर में बैंक ग्राहकों के लिए एक जरूरी खबर आई है। अब एटीएम से पैसे निकालना महंगा होने वाला है। कई बड़े बैंकों ने 1 जुलाई 2025 से एटीएम लेन-देन पर लगने वाले शुल्क में बदलाव करने का फैसला किया है। अगर आप भी अपने डेबिट कार्ड से एटीएम से पैसा निकालते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।
क्या हैं नए नियम?
बैंकों ने अब एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन फ्री लिमिट के बाद लगने वाले शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। अभी तक, ग्राहक हर महीने अपने बैंक के एटीएम से 5 बार और अन्य बैंकों के एटीएम से 3 बार फ्री में पैसा निकाल सकते थे। इसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर ₹21 चार्ज लगता था।
अब 1 जुलाई 2025 से यह शुल्क बढ़ाकर ₹25 प्रति ट्रांजैक्शन कर दिया गया है।
किन बैंकों ने बढ़ाया शुल्क?
यह बदलाव देश के सार्वजनिक और निजी दोनों ही तरह के बैंकों पर लागू होगा। इनमें SBI, HDFC, ICICI, Axis Bank, PNB और Bank of Baroda जैसे बड़े नाम शामिल हैं। इन सभी बैंकों ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की अनुमति के बाद ये बदलाव किए हैं।
ATM शुल्क में बदलाव – संक्षिप्त सारणी
लेन-देन प्रकार | पहले का शुल्क | 1 जुलाई से नया शुल्क |
फ्री लेन-देन की सीमा | 5 (अपने बैंक के एटीएम) + 3 (दूसरे बैंक) | वही रहेगा |
सीमा के बाद ट्रांजैक्शन | ₹21 प्रति ट्रांजैक्शन | ₹25 प्रति ट्रांजैक्शन |
मिनी स्टेटमेंट / बैलेंस चेक | ₹0 (ज्यादातर बैंकों में फ्री) | वही रहेगा |
क्यों बढ़ाए गए शुल्क?
बैंकों का कहना है कि एटीएम मशीन की मेंटेनेंस, कैश मैनेजमेंट, और सिक्योरिटी पर खर्च लगातार बढ़ रहा है। साथ ही डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ने से एटीएम से कैश निकालने की संख्या घट गई है, जिससे बैंक को नुकसान हो रहा है। इसी वजह से यह कदम उठाया गया है।
ग्राहकों के लिए क्या होगा असर?
इस बदलाव का सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो महीने में कई बार एटीएम से पैसा निकालते हैं। खासकर ग्रामीण और छोटे शहरों के लोग, जो ज्यादातर लेन-देन नकद में करते हैं, उन्हें ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
अब यदि कोई ग्राहक 5 फ्री लेन-देन के बाद 4 बार और पैसे निकालता है, तो उसे पहले ₹84 (₹21 x 4) देने होते थे, लेकिन अब ₹100 (₹25 x 4) देने होंगे।
कैसे बचें अतिरिक्त शुल्क से?
- डिजिटल पेमेंट करें: पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसे ऐप्स से सीधे भुगतान करें।
- ATM से सीमित बार ही पैसे निकालें: ज़रूरत के हिसाब से एक साथ ज्यादा पैसे निकालें।
- बैलेंस चेक ऑनलाइन करें: मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग से बैलेंस जानें।
- अपने बैंक के ATM का ही उपयोग करें: दूसरे बैंकों का एटीएम उपयोग करने पर सीमाएं जल्दी पूरी हो जाती हैं।
वरिष्ठ नागरिकों को राहत मिलेगी?
कुछ बैंकों ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष योजना बनाई है। उन्हें अतिरिक्त 1-2 फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा मिल सकती है, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने बैंक से जानकारी लेनी होगी और आवेदन करना होगा।
RBI की भूमिका क्या है?
RBI ने पहले ही बैंकों को 2021 में शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी थी, लेकिन बैंकों ने इसे अब लागू करना शुरू किया है। RBI यह सुनिश्चित करता है कि ग्राहक को उचित सेवाएं मिलें और साथ ही बैंकों को काम करने का खर्च भी निकले।
निष्कर्ष
अगर आप एटीएम से बार-बार पैसा निकालते हैं, तो अब आपको अधिक शुल्क देना होगा। ऐसे में डिजिटल पेमेंट का उपयोग बढ़ाना और फ्री लिमिट के अंदर ही एटीएम ट्रांजैक्शन करना फायदेमंद रहेगा। इस बदलाव से जहां बैंकों को राहत मिलेगी, वहीं ग्राहकों को अब अपनी लेन-देन की आदतों में बदलाव लाना होगा।